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पंथी अउ देवदास बंजारे( हेम के दोहे)

ढोलक तबला थाप मा, बाजय मांदर संग। नाचय साधक साधके, देखव पन्थी रंग।। बाबा घासी दास के, करथे सुघ्घर गान। गावय महिमा देखले, गुरु के करत बखान।। चोला पहिर सफेद गा, नाचय पंथी नाँच। बाँधे घुँघरू गोड़ मा, गोठ करै गा साँच।। सादा हवय लिवाज हा, सादा झण्डा जान। सबला देवत सीख हे, मानव एक समान।। देव दास सिरजन करे, पन्थी नाँच बिधान। बगराइस सब देश मा, करके गुरु के गान। -हेमलाल साहू छन्द साधक सत्र-01 ग्राम गिधवा, जिला बेमेतरा(छ.ग.)

छत्तीसगढ़ के रंग(हेम के दोहे)

कोरबा ऊर्जा के नगरी हवे, रखे अलग पहिचान। सबला दे अंजोर गा, नाव कोरबा जान।। आवव देखव कोयला, करिया हीरा खान। बड़े कारखाना चलै, देखव ओकर शान।। बिलासपुर न्याय राजधानी बसे, रहिस बिलासा गाँव। मिलथे सबला न्याय हा, बिलासपुर हे नाव।। केवटिन ओ नारी सती, आय बिलासा जान। लाज बचाये बर अपन, ओ गवाइस परान।। रइपुर हमर राजधानी हरे, देखव ओखर शान। रंग भरे जग के हवे, रइपुर ला पहिचान।। आनी बानी बोल हे, किसम किसम के लोग। मानव के माया नगर, अपन दिखावय योग।। मारो मान सिंह राजा रहे, किल्ला जेकर आन। सुग्घर हावय आज भी, मारो गढ़ के शान।। भारी बड़का गढ़ रहे, रखे अलग पहिचान। देख समे बलवान हे, खोइस ओकर मान।। कांकेर तपोभूमि ऋषि कंक के, हरे पहाड़ी धाम। दाई    हे  कांकेश्वरी,   पूरन  करथे  काम।।   धरम देव राजा रहे, सिंह बनाय दुवार। कंडरा रक्छा ला करे, दुश्मन जावे हार।। हे सोनाई रूपई, सुघ्घर तरिया जान। राजा के बेटी इहे त्यागिस हवे परान।। ए सुक्खा होवय नहीँ, जेकर हे परमान।। आधा पानी सोन गा, आधा चाँदी जान। बस्तर आवव बस्तर देख लव, जंगल झाड़ी आय। हरियर हरियर देख लव, कुदरत रंग भराय।। देख आदिवासी हवे, हमर इहाँ के शान। भोला भाला सादगी,

बारव दीया (हेम के दोहे)

बारव दीया प्रेम के, सुघ्घर कर के दान। हवे महीना धर्म के, आही घर भगवान।। आत्मा बिन काया नहीँ, इही जगत के सार। दीया बाती तेल मिल, करै जगत उजियार।। माटी के दियना जले, जगत होय अंजोर। जिनगी के बाती जले, तेल रहत ले मोर।। आगे धनतेरस हवय, दीया ला घर बार। लछमी दाई संग मा, लाय नवा उजियार।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तह. नवागढ़, जिला बेमेतरा(छ. ग.)

@चीला रोटी@

हावे छत्तीसगढ़ के, चीला रोटी शान। खाके तैहा देखबे, तब पाबे पहिचान।। चक्का जइसे गोल हे, रहिथे छेद मितान। सोंहारी तो नइ हरे, एकर कर पहिचान।। आय नहीँ गेंहू बता, चाँउर आय पिसान। चाँउर ला पिसके हवै, एला बनाय जान।। बनही चीला आज गा, आये घर के आन। नोनी अउ बाबू सबो, एला खावय जान।। भउजी चूल्हा बारके, पिसान देवय घोर। जइसे तावा हा तिपय, डाले चारो ओर।। ढकनी देवय तोप गा, बने फेर सेकाय। सुघ्घर चीला हा बने, मुँह मा पानी आय।। अड़बड़ रहिथे स्वाद हा, एला सबो बनाय। चटनी संग पताल के, माँग माँग सब खाय।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

@भाजी@

@भाजी@ भाजी तिवरा अउ चना, देख सबो ललचाय। फेव-रेट सब के हवे, सिरतो गजब मिठाय।। खाले भाजी साग ला, सेहत के संसार। रोग दूर तन के करै, देवत मया अपार।। टोर खेड़हा खोटनी, भाजी राँध बघार। सबला हवे पसंद गा, सेहत के भरमार।। भाजी तिंपनिया रहै, हर पानी के छोर। दार डाल के राँध ले, देत मया के सोर।। नाव सोल भाजी हवय, छू के देख लजाय। अबड़ मिठाथे साग हा, खाये जीभ लमाय।। मुसकेनी भाजी रहै, गाँव गाँव अउ खार। लान मुफत मा टोरके, रुपया लगे न चार।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

@इहाँ पीटत डोल@

फेसबूक मनखे नकली, पहिरे हवे खोल। अपन घर मया नई करै, इहाँ पीटत डोल।। नाव गाँव के पता नहीँ, दिखत सबके पोल। कइसे कहव मोर रानी, मनके मया बोल।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

मोदी दीस तान सीना

मोदी दीस तान सीना, देख छप्पन इंच। धन देख लाय बर करिया, नवा खोलिस पंच।। वादा करिस अपन पूरा, जन के रखिस मान। पांच सौ हजार नोट ला, करदिस बन्द जान।। खून अउ पसीना लुटके, भरथे खूब माल। पाप भागी कमीना के, होगय फेल चाल।। आज ले नोट बन्द हवे, पांच सौवा हजार। देख ले चोर ला करिया, मुँह ला रोत फार।। देख ले करिया सिरागे, धन सबो हा आज। पाँच अउ हजार जुन्ना, अब न आय काज।। नोट आही नवा अब तो, देख सँगी बजार। देख करिया चोर ऊपर, परगे आज मार।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

जाड़ा(शोभन छंद)

आइस जाड़ा अब संगी, काँपत हाथ गोड़। घाम हा सुहाये सबला, रवनिया मत छोड़।। कड़के कसके जाड़ा हा, तन मा घुसर जाय। तापके गोरसी आगी, अपन जाड़ भगाय ।। जाड़ के महीना सुघ्घर, सेहत चलव बनाव। योगा अभ्यास मा सँगी, तन मन ला लगाव।। स्वस्थ रखै तन मन ला जी, बनहूँ पहलवान। स्वागत करले जाड़ा के, झन करव अपमान।। कोयली राग ला धरके, गाय गीत बसंत। लागे सुघ्घर मीठ तान, सुनले रे हेमन्त।। प्रेम के गीत ला गावय, सबला बड़ सुहाय। कुदरत संग मया करले, जिनगी हमर आय।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

शोभन छंद

तुलसी पूजा रोज तैह करले, सुमर तुलसी नाम। हरथे रोग शोक मनके, सफल करथे काम।। तुलसी मा हवे बिराजै, देख लछमी मात। सालिक राम संग परभू, बिसनू हे समात।। पुन्नी अपने  छोड़ मोह माया, चल गंगा नहान। पुन्नी मा पून्य कमा ले, करव सुघ्घर दान।। तन मन राख अपन पावन, परभू करव ध्यान। पावय भाव भजन दरशन, ला दियै भगवान।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

शोभन छंद

तोरे संग मया होगय,  कइसे में बताव। रतिहा नींद नई आवे, कइसे में पहाव।। आथे तोर रोज सुरता, कइसे मेह भुलाव। तोला मेह देखे बिना, मन कइसे मढ़ाव।। मिलके आव करव संगी, ठठ्ठा अउ मजाक। सुघ्घर गोठ बात करबो, मन ला लेव झाँक।। करहूँ  बुरा झने ककरो, रखव मया परेम। जिनगी के कहाँ भरोसा, काल हे हर टेम।। हेम रूप मा झन जाबे, गुन ला तै निमार। तन ले बड़े राख मन, पाबै सुख अपार।। करले करम धरम ला तै, जिनगी हवय सार। तै बढ़ा मया के सुघ्घर, जग मा अपन नार।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

आगय देवारी (शोभन छंद)

आगय संगी देवारी, देख हमर तिहार। बारव दीया सुरहूती, लाव नव उजियार।। लछमी दाई घर आवय, फैलय यस हमार। आव दूर करबो मिल, जगत के अँधियार।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

शोभन (सिंहिका)

छन्द के छ के नवा पाठ - शोभन (सिंहिका) छन्द अभी विष्णु पद छन्द सीखेन जेमा 16,10 मा यति रहिस। अंत गुरु से रहिस। लगभग वइसने शोभन छन्द आय 14,10 यति। सोभन (सिंहिका) छन्द (१४,१०) डाँड़ (पद) - ४, ,चरन - ८  तुकांत के नियम - दू-दू डाँड़ के आखिर मा माने सम-सम चरन मा जगन, बड़कू,नान्हें,बड़कू  (२,१,२) हर डाँड़ मा कुल मातरा – २४ , बिसम चरन मा मातरा – १४, सम चरन मा मातरा- १० यति / बाधा – १४, १० मातरा मा खास- एला सिंहिका छन्द घला कहिथें राख सबसे प्रेम हवै चार दिन के जिनगी, राख ले मन प्रेम। का ठिकाना कहाँ मलही, फेर जी अब टेम।। प्रेम ला अंतस राख ले, खोल तँय मन द्वार। जान ले मान ले संगी, सब इही जग सार।। गुन ला माटी के गावव, माथ अपन नवाव। मोर हवै जाँगर साथी, मेह किसान आव।। गारके पसीना तन ले, रोज करथव काम। सुत उठ माटी दाई ला, करव मे  परनाम।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

@जाड़ा@

@जाड़ा@ हेमन्त अपन रंग ला, सबो मुड़ा देखाय। बनके जाड़ा देखले, अँगमा सरी समाय।। होत बिहनिया सीत के, छोड़य तीर कमान। अड़बड़ बड़गे जाड़ हा, सबके लेत परान।। कड़कत हावे जाड़ हा, माँगत चादर साल। लकड़ी जइसे तन लगे, पाये पता न खाल।। उठके भइया बिहनिया, भूरी तापे जाय। तन के जाड़ा दूर हो, फेर काम हा भाय।। घामे लागे निक अबड़, जबले जाड़ा आय। बइठ रवनिया मा बने, तन ला सेके जाय।। स्वस्थ रखै तन मन बने, सबला जाड़ा भाय। कसरत करले तँय बने, रोग कभू नइ आय।। काँपत तन सबके हवे, जाड़ा अबड़ जड़ाय। बाँधव पागा कान मा, जाड़ फेर न जनाय।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

तुलसी

बिन्दा के सुरता रहै, महिमा हवे अपार। हरथे सबके रोग ला, तुलसी पूजा सार।। तुलसी बिरवा तँय लगा, परभू के रख मान। लछमी घर आही सदा, बिसनू के वरदान।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

@करिया नोट@

जुन्ना हजार पाँच सौ, बंद आज ले नोट। रोत चोर करिया हवे, कसके लगगे चोट।। धोखा करिया चोर हाँ, खाय हवे जी आज। करिया पइसा आय न, संगी अबतो काज।। आवय न कुछू काम गा, करिया धन हा मान। करिया धन सरही सबो, घर कोठी मा जान।। नोट होत बदली नहीँ,  जनता करत बवाल। दू दिन कइसे गुजरही, हावे पेट सवाल।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

*राख सबसे प्रेम*

हवै चार दिन के जिनगी, राख ले मन प्रेम। का ठिकाना कहाँ मलही, फेर जी अब टेम।। प्रेम ला अंतस राख ले, खोल तँय मन द्वार। जान ले मान ले संगी, सब इही जग सार।। गुन ला माटी के गावव, माथ अपन नवाव। मोर हवै जाँगर साथी, मेह किसान आव।। गारके पसीना तन ले, रोज करथव काम। सुत उठ माटी दाई ला, करव मे  परनाम।। आगय संगी देवारी, देख हमर तिहार। बारव दीया सुरहूती, लाव नव उजियार।। लछमी दाई घर आवय, फैलय यस हमार। आव दूर करबो मिल, जगत के अँधियार।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

*आँव लाज रखबे*

हे नटवर नन्दलाल मोरे, आँव लाज रखबे। बड़गे चारो मुड़ा पाप हा, आ अब तँय हरबे।। बड़े बड़े सकुनी इहा हवे, चाल चलत अपने। फेकत हावे जाल भरम के, रखथे कपट मने ।। करथे अधरम हा राज इहा, दुर्योधन बनके। धरम राज ला लूटत हावे, छल माया करके।। करथे अत्याचार दुशासन, खींचत हे लुगरा। बेटी माई होवत हावे, रोज इहा उँघरा।। आँखी देखत बइठे मनखे, न्याय बने अँधरा। साँच झूठ के फरक कहाँ हे, होवत हे झगरा।। भाई भाई के बैरी हावे,  कपट भरे मन मा। आज ददा दाई ला मनखेे, फेकत हे बन मा।। मन मा आस हवे आके तै, लाज मोर रखबे। कलजुग के सबो पाप ला तै , आव नास करबे।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

*जग लाव अँजोरी*

बार अपन मनके दीया ला, जग लाव अँजोरी। सबो डहर परकास फैलही, मिटही अँधियारी।। जोड़व नाता कुदरत संगी, जग बदव मितानी। हरियर हरियर दिखही धरती, मत कर नादानी।। हरियर होही मन हा सबके, रखव बचा पानी। माटी सेवा मा तन मन राखव, कर बने किसानी।। पर उपकार पर सेवा संगी, कर दव जिनगानी। रइहव सुख के छइहा संगी, बोल मीठ बानी।। कायर कपट छोड़ संगी,  हेम करत विनती। प्रेम भाव से मन मा जलाव, दीया सुरहूती।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

लावव नवा अँजोर (हेम के दोहे)

ऊवत बेरा के जिहाँ, परथन सबझन पाँव। बढ़ निक लागे गाँव हा, हवे मया के छाँव।। सुघ्घर दाई के मया, महिमा हवय अपार। अपन पीर अंतस रखें, हमला देत दुलार।। बनके दीया मेटलव, जग के सब अँधियार। लावव नवा अँजोर गा, मन मा दीया बार।। बइला कस जाँगर हवय, ओला कसके पेर। दूर गरीबी ला करँय, मिलय छाँव सुख फेर।। शाबासी टॉनिक हमर, लागे अड़बड़ मीठ। मन करथे चंगा भला, देख ठठा के पीठ।। अवगुन करथे दूर गा, गोठ करू कर भोग। करू करेला हा रखै, जइसे तन ल निरोग।। -हेमलाल साहू  ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तह. नवागढ़, जिला बेमेतरा(छ.ग.) 

जय जय हो मात भवानी (बिस्नू पद छन्द )

जय जय हो मात भवानी, खोल द्वार मनके। बारव दीया करव आरती, भाव भजन धरके।। तोर अगोरा हावे घर मा, आ दाई बनके। मया दया भाव धरे आहू, आस हवे सबके।। पहली बहनी आय सारदा, ज्ञान भरय मनमें। दूसर बहनी आवय गौरी, देवव बल तन में।। तीसर बहनी आवय लछमी, धन लावय धरके। चउथा बहनी आवय काली, नाश करै जर के।। आय पाँचवा बहनी दुरगा, घर पावन दमके। सब संग देवता मन लावय, दरसक रुप धरके।। गुन गावय सब तोर भवानी, जय जय कार करे। मोरे मन पावन रहै सदा,  तँय बल बुद्धि भरे।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@बनबे भला इंसान गा@

रखबे मया तँय संग मा,  करु छोड़ के तँय गोठ गा। तँय राखले बिस्वास ला, मन होय जी तब पोठ गा। अभिमान ला तँय छोड़ के, मन राख ले तँय प्रेम गा । करबे भला मन बाँध ले, जग आस हे हर टेम गा।। सबला मिलै अधिकार हा, सुन बात सबके हेम गा। तँय मीठ बोली बोल ले, रखलव मया हर टेम गा।। तँय मान अउ सम्मान ला, करबे दया अउ दान गा। तँय राखबे सबके ख्याल ला, बनबे भला इंसान गा।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

*मन पाप ला तँय तो भगा*

मन में बसे रावन हवे,  जँह    देख   ओकर   राज  हे। हर रोज हे दिखते इहाँ, बिटिया  लुटावत   लाज   हे।। मन मा बसे दसशीश के, तँय   पाप  ला   तुरते   जला। रख लाज बहिनी के सदा, तब होय जगके  जी भला।। मन भाप  रे  तँय  जाग रे, मन ला लगा तँय मान रे। प्रभु जाप ला कर साथ मा, अब तै  समे पहचान रे।। चल साथ रे कर काम रे, तँय भाग ला चल रे जगा। चल बोल रे तँय साँच रे, मन पाप ला तँय तो भगा।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@बिसवास ला तँय राख ले@

चल आ सँगी मन ला लगा, तँय हाथ बूता मा लमा। तँय चल पसीना गार के,  चल पून्य पूँजी ला जमा।। तँय छोड़ दे मन मोह ला, चल नाव सुघ्घर तँय कमा। कर दान तँय रखबे दया,  करबे सबै गलती  छमा।। तँय पेर जाँगर ला कमा , चल भाग ला सुघ्घर जगा। तँय राख ले उपवास ला,  चल रोग  ला मनके भगा।। प्रभु जाप ला तँय कर बने, चल ध्यान ला मन मा लगा। बिसवास ला तँय राख ले, नइ  होय जिनगी मा दगा।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

*गीतिका छन्द*

ददरिया मा राग धरके,  चलव   गाबो   गीत   रे। आव करमा नाचबो मिल, अपन सब झन मीत रे।। हमन माटी गुन ल गाबो,  पहिर  चोला  आज रे। आव करबो अपन संगी, चलव  सुघ्घर  काज रे।। हमर घासीदास बाबा, सत्य करय बखान रे। छोड़ संगी जात पाते, बनव  सब  इंसान  रे।। चलय पंथी थाप माँदर, करले कसके नाच रे। गात महिमा गीत मा तो, सब बता दे साँच रे।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@मार नोनी कोख मा झन@

मार नोनी कोख मा झन, आन दव संसार मा। भेद भाव ल छोड़ संगी, रखव अपन दुलार मा।। हवय नोनी हमर बाबू, एक   दूनो  जान  लौ। हवय घर के आन नोनी, तुमन संगी मान लौ।। देख नोनी हा बढ़ाये,   देश  के  तो  शान  ला। सोच बदलव अपन संगी, दव बने सम्मान ला।। देख नोनी अपन सुघ्घर, घर रखै संस्कार मा। मीठ बोलय गोठ नोनी, बाँध रखय दुलार मा।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

*गीतिका छन्द*

हमर भुइँया हमर दाई,   तँय  बिराजै  गाँव मा। मोर सुघ्घर हवय जिनगी, तोर अँचरा छाँव मा।। आँव दाई तोर बेटा,   करव   तोर  बखान ला। तोर दाई नाव लेवव,   रखव   मेहा  मान ला।। अपन संगी अपन साथी, आँव करबो काम ला। छोड़ चिन्ता अपन फलके, रुख लगाबो आम ला।। आँव संगी मिल बनाबो, सरग जइसन गाँव ला। अपन जाँगर पेर संगी,  हम  जगाबो   नाव  ला।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@हे दाई बिमला@

हे दाई बिमला, सँग दे हमला, तोर सदा में, ध्यान धरव। मात शैलपुतरी, कालरातरी, सदा बिराजे, कण्ठ रहव।। जय मात भवानी, जग कलयानी, पाप नासनी, पाप हरव। दाई कपालनी, भय ला हरनी, सब विपदा ला, दूर करव।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

रूपमाला छंद

समय भागे देख पल्ला, कभू रुक न पाय। काल ककरो आय संगी, छैक न छेकाय।। छोड़ चिंता अपन फलके, बने जाँगर पेर। मेहनत मा भाग्य बनथे, समय के हे फेर।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@रूपमाला छन्द (मदन छन्द)@

मोर माटी मोर दाई, तँय रखै हस नेम। मोर जिनगी तोर कोरा, मा बसे हर टेम। तोर सेवा करवँ दाई, परन करथंव हेम। मोर जिनगी हवै अरपन, राखबे तँय प्रेम। दलित कोदूराम ला हे,  मोर सत परनाम। राख मनमे नाव गुरु के, सफल होये काम। पेर जाँगर अपन संगी, करवँ मनमे ध्यान। हे अपारे देख महिमा, गुरु दियै सब ज्ञान। राख सबसे प्रेम संगी, छोड़ तँय अभिमान। पेर जाँगर अपन संगी,  तोर  बाढ़य शान। सीख लेवव बने संगी, करवँ मनमा ध्यान। मेहनत बिन कहाँ मिलथे, कोउनो ला ज्ञान। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

*बरवै छंद*

हेमलाल नाव हवै, गिधवा गाँव। चिरई करै बसेरा, पीपर छाँव।। माँ शीतला बिराजे, तरिया पार। मया दया दाई के, हवै अपार।। माटी सेवा भैया, करै किसान। नागर अऊ तुतारी, हे पहचान।। ऊवत सूरुज करथे, सब परनाम। होत बिहनिया जाथे, संगी काम।। जियत मरत ले संगी, गुन ला गाव। माटी सेवा करके, समय बिताव।। राख अपन छोटे के,  संगी  ध्यान। करव अपन ले बड़का, के सम्मान।। आपस में राखव जी, सबसे प्रेम। लगा काम में मनला, तै हर टेम।। जिनगी मा झन बनहू, कभू अलाल। समय कीमती हावे, राखव  ख्याल।। एक बरोबर मानुस , सबला जान। दुनियाँ मा पूजौ सच , अउ ईमान।। संगी सबले  हावे,   बड़का   ज्ञान। साधव अंतस मा रख, प्रभु के ध्यान।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो न 9977831273

कज्जल छंद

सबो डहर हे लूट पाट। बने रथें साहेब लाट।। मानवता ला देत पाट। खोल चोर सबके कपाट।। मिलै न बिन सबूत चोर। न्याय हवे  अंधरा मोर।। घुमय चोर हा गली खोर। कहाँ पुलिस ला हवै सोर। करत परोसी हवै खोट। जबले देखे हवै नोट।। भाई  के मन होय छोट। पइसा खातिर बिके वोट।। गार पसीना करव काम। अपन समे के हाथ थाम। रही जगत मा तोर नाम। पेरव जाँगर छाँव घाम। आवव देवव जी सबो साथ। काम बाँट सब अपन हाथ।। सबो डहर गढ़ नवा गाथ। धरती सेउक नवा माथ।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो न 9977831273

@आवव रे संगी@

आवव रे संगी मिल, करबो काम। भुइँया सरग बनाबो, परभू धाम।। करम धरम रहै सदा, बन परकास। सच के पूजा होवय, छुवै अगास।। सुख अउ शांति रहै जी, मन संतोष। दाई रमा बिराजे, भरही कोष।। पाप होय झन संगी, रखबो ख्याल। परभू के गुन गाबो, टर ही काल।। जात पात छोड़ रहै, सबो समान। मनखे मनखे भाई, इहि पहचान।। बोलव प्रेम मया के, सुघ्घर बोल। सबो कटै माया जी, मन ला खोल।। नारी, लछमी, दुरगा, देबी जान।। होय कभू झन संगी, जग अपमान।। सुघ्घर सरग बनाबो, देवव साथ। करबो सब मिल बूता, बाँटव हाथ।। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@सुघ्घर हे गाँव@

सुघ्घर हे गाँवे, सबला भावे, संगी बड़ निक लागे। हरियर रुख राई, देखव भाई, सबके मन मोहागे।। खेती अउ खारे, नदिया पारे, संगी अबड़ सुहाये। पीपर के छाँवे, ममता हावे, माटी प्रेम जगाये।। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@अब डंका बाजय@

अब डंका बाजय, बैरी भागय, तांडव काल मचाबो। सब मार अधरमी, टार कुकरमी, भुइँया सरग बनाबो।। भारत के पीरा, खोवत हीरा, कइसे कभू भुलाबो। भारत के झंडा, लगही डंडा, गाड़ पाक मा आबो।। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@शिक्षा ला बगराबो@

तज जात पात ला, मान बात ला, आगू बड़ जा भाई। सब संग जोर के, गाँव खोर के, रद्दा बने बनाई।। आवौ सब पढ़बो, आगू बढ़बो, जिनगी सफल बनाबो। सब गाँव म जाबो, अलख जगाबो, शिक्षा ला बगराबो।। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@शिक्षा ला बगराबो@

तज जात पात ला, मान बात ला, आगू बड़ जा भाई। सब संग जोर के, गाँव खोर के, रद्दा बने बनाई।। आवौ सब पढ़बो, आगू बढ़बो, जिनगी सफल बनाबो। सब गाँव म जाबो, अलख जगाबो, शिक्षा ला बगराबो।। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@पढ़ ले दू आखर@

पढ़ ले दू आखर, विद्या सागर,  ज्ञान बाँट तैं लेबे। सुन दान दया के, संग मया के, सीख सबो ला देबे।। दाई बर जीबो, सेवा करबो, वोकर मान बचाबो।। चल ताने सीना, बहै पसीना, बैरी मार भगाबो।। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@छोड़व मन माया@

छोड़व मन माया, माटी काया, झन करहूँ अभिमाना। चारे दिन जिनगी, सबला संगी, एक जगह हे जाना।। संतोष रखै सुख, मिलै नहीँ दुख, अपन करम के भागे। मन कतको जागे, कतको भागे, काल सबो ले आगे।। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

बरखा रानी

आँसो सब तरिया, नरवा-नदिया, जम्मो सुख्खा देख परे। सुन बरखा रानी, देख परानी, बिन पानी सुन झार मरे।। देखव सब गाँवे, नइये छाँवे, रुख राई मन, ठाड़ झुखे। कर बिनती तोला, कहिथे चोला, आके करबे, दूर दुखे।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छ्त्तीसगढ़) मो. 9977831273

सब आवव भाई पड़े लगाई

झन काटव भाई, रुख अउ राई, सबके संगी, ताय कहै। सब आवव भाई, पेड़ लगाई, कुदरत सब ला भाय रहै।। निरमल पुरवाई, मानौ भाई, परदूसन ला दूर करै।। छोड़ौ सँगवारी, मोटर गाड़ी, जौन जहर ला, रोज भरै।। निरमल पुरवाई, सुघ्घर भाई, गाँव गाँव मा देख बहै। बन कुदरत संगी, रहै न तंगी, हरदम हरियर, प्रेम रहै।। माटी के सेवा, पाबो मेवा, तोरे जस के  फूल खिलै। बस हँसी खुशी मा, अब जिनगी मा दया मया के छाँव मिलै।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छ्त्तीसगढ़) मो. 9977831273

त्रिभंगी छंद

मन मोर गाँव ला, नीम छाँव ला, प्रेम भाव ला, याद करै। दाई बाबू के, बंधु बहिन के, सुरता करके, नयन भरै।। सुघ्घर हे जिनगी, नइये तंगी, मिलके संगी तीर रहै । घर द्वार मया के, दान दया के, नेह प्रीत के धार बहै।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छ्त्तीसगढ़) मो. 9977831273

बिदाई

हे गणपति बप्पा, चप्पा चप्पा, सब झन तोरे, ध्यान करैं। माटी के काया, छोड़ै माया, प्रभुजी सबके पाप हरै।। हे तोर बिदाई, बड़ दुखदाई, तँय हम सबला छोड़ चले। मन सबके भींजत, आँसू सींचत, आस दरस तव फेर मिले।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

जय माँ सरस्वती

हे मात भारती, करँव आरती, मन के दीया,  बार सबे। हे हंस वाहिनी, ज्ञान दायिनी, खोलव मनके द्वार दबे।। तैं माता जगती, करथौं भगती, धरथौं तोरे, ध्यान महूँ। दाई सरसत्ती, माता सत्ती, देदे मोला, ज्ञान तहूँ।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@जय जय हनुमन्ता@

जय जय हनुमन्ता, तँय बलवन्ता, राम भगत  जग, कष्ट हरौ। रख शक्ति अनंता, निशचर हन्ता, सबके मनके पाप हरौ।। मोरे भगवाने, जय हनुमाने, उर म विराजे , ज्ञान भरौ।। हे राम दुलारे, सबके प्यारे, मम उर नित तुम, वास करौ। -हेमलाल साहू

@त्रिभंगी छंद@

सुघ्घर परभू के, चरन सरन मा, रोज नाम ला, जाप करौ मनके मनखेे मा, भेद भाव कर, संगी हो झन पाप करौ।। तन मन अरपन कर, राख मया ला, मन मा परभू, ध्यान करौ। सब सुनथे अरजी, अंतर्यामी, अपन बसा मन, गान करौ।। बिद्यायल जाबो, लिखबो पढ़बो, सुघ्घर पाबो,  ज्ञान बनै। चल आगू बढ़बो, जिनगी गढ़बो, करके परभू,  ध्यान बनै। जोड़व नाता ला, अपन सबो से, पास रहव मिल एक बनै। करले धरम करम, झन करव सरम, कर दान दया, नेक बनै। दाई बाबू के, पूजा करबो, जिनगी पाबो, अपन सुखी। गुरु चरने रहिके, ज्ञान ल पाबो, कटथे पापे, अपन दुखी।। तै रखबे बढ़िया, धरम करम ला, सुघ्घर करबे, काज बनै। तै करबे सेवा, पाबे मेवा, दया मया ला, साज बनै।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273