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अक्तूबर, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

*आँव लाज रखबे*

हे नटवर नन्दलाल मोरे, आँव लाज रखबे। बड़गे चारो मुड़ा पाप हा, आ अब तँय हरबे।। बड़े बड़े सकुनी इहा हवे, चाल चलत अपने। फेकत हावे जाल भरम के, रखथे कपट मने ।। करथे अधरम हा राज इहा, दुर्योध...

*जग लाव अँजोरी*

बार अपन मनके दीया ला, जग लाव अँजोरी। सबो डहर परकास फैलही, मिटही अँधियारी।। जोड़व नाता कुदरत संगी, जग बदव मितानी। हरियर हरियर दिखही धरती, मत कर नादानी।। हरियर होही मन हा सबके, र...

लावव नवा अँजोर (हेम के दोहे)

ऊवत बेरा के जिहाँ, परथन सबझन पाँव। बढ़ निक लागे गाँव हा, हवे मया के छाँव।। सुघ्घर दाई के मया, महिमा हवय अपार। अपन पीर अंतस रखें, हमला देत दुलार।। बनके दीया मेटलव, जग के सब अँधियार। लावव नवा अँजोर गा, मन मा दीया बार।। बइला कस जाँगर हवय, ओला कसके पेर। दूर गरीबी ला करँय, मिलय छाँव सुख फेर।। शाबासी टॉनिक हमर, लागे अड़बड़ मीठ। मन करथे चंगा भला, देख ठठा के पीठ।। अवगुन करथे दूर गा, गोठ करू कर भोग। करू करेला हा रखै, जइसे तन ल निरोग।। -हेमलाल साहू  ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तह. नवागढ़, जिला बेमेतरा(छ.ग.) 

जय जय हो मात भवानी (बिस्नू पद छन्द )

जय जय हो मात भवानी, खोल द्वार मनके। बारव दीया करव आरती, भाव भजन धरके।। तोर अगोरा हावे घर मा, आ दाई बनके। मया दया भाव धरे आहू, आस हवे सबके।। पहली बहनी आय सारदा, ज्ञान भरय मनमें। दू...

@बनबे भला इंसान गा@

रखबे मया तँय संग मा,  करु छोड़ के तँय गोठ गा। तँय राखले बिस्वास ला, मन होय जी तब पोठ गा। अभिमान ला तँय छोड़ के, मन राख ले तँय प्रेम गा । करबे भला मन बाँध ले, जग आस हे हर टेम गा।। सबला मि...

*मन पाप ला तँय तो भगा*

मन में बसे रावन हवे,  जँह    देख   ओकर   राज  हे। हर रोज हे दिखते इहाँ, बिटिया  लुटावत   लाज   हे।। मन मा बसे दसशीश के, तँय   पाप  ला   तुरते   जला। रख लाज बहिनी के सदा, तब होय जग...

@बिसवास ला तँय राख ले@

चल आ सँगी मन ला लगा, तँय हाथ बूता मा लमा। तँय चल पसीना गार के,  चल पून्य पूँजी ला जमा।। तँय छोड़ दे मन मोह ला, चल नाव सुघ्घर तँय कमा। कर दान तँय रखबे दया,  करबे सबै गलती  छमा।। तँय पे...

*गीतिका छन्द*

ददरिया मा राग धरके,  चलव   गाबो   गीत   रे। आव करमा नाचबो मिल, अपन सब झन मीत रे।। हमन माटी गुन ल गाबो,  पहिर  चोला  आज रे। आव करबो अपन संगी, चलव  सुघ्घर  काज रे।। हमर घासीदास बाब...

@मार नोनी कोख मा झन@

मार नोनी कोख मा झन, आन दव संसार मा। भेद भाव ल छोड़ संगी, रखव अपन दुलार मा।। हवय नोनी हमर बाबू, एक   दूनो  जान  लौ। हवय घर के आन नोनी, तुमन संगी मान लौ।। देख नोनी हा बढ़ाये,   देश  के  त...

*गीतिका छन्द*

हमर भुइँया हमर दाई,   तँय  बिराजै  गाँव मा। मोर सुघ्घर हवय जिनगी, तोर अँचरा छाँव मा।। आँव दाई तोर बेटा,   करव   तोर  बखान ला। तोर दाई नाव लेवव,   रखव   मेहा  मान ला।। अपन संगी अ...

@हे दाई बिमला@

हे दाई बिमला, सँग दे हमला, तोर सदा में, ध्यान धरव। मात शैलपुतरी, कालरातरी, सदा बिराजे, कण्ठ रहव।। जय मात भवानी, जग कलयानी, पाप नासनी, पाप हरव। दाई कपालनी, भय ला हरनी, सब विपदा ला, दू...

रूपमाला छंद

समय भागे देख पल्ला, कभू रुक न पाय। काल ककरो आय संगी, छैक न छेकाय।। छोड़ चिंता अपन फलके, बने जाँगर पेर। मेहनत मा भाग्य बनथे, समय के हे फेर।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तह...