हेम के चौपाई छंद घर भीतर रह कहिथे मोना। घर बाहिर बइरी कोरोना।। करत हवय जे जादू टोना। नइहे हमला जिनगी खोना।। बहनी चुन्नी आव बिसाबो। साबुन सेनिटाइजर लाबो। बारम्बार हाथ ला धोबो। कोरोना ला दूर भगाबो।। सुनले भैया तँय हर राजन। करव लॉक डाउन के पालन।। कहिथे शासन संग प्रसाशन। बढ़िया से घर मा हम राहन।। खाँसी सर्दी बुखार आवय। लक्षण कोरोना के हावय।। झटसे अस्पताल मा जावव। कोरोना के टेस्ट करावव।। सबसे दुरिहा रह ले राजू। दू गज रख के आजू बाजू।। सबला संगी आव जगाबो। कोरोना से हमन बचाबो।। -हेमलाल साहू छंद साधक सत्र-1 ग्राम- गिधवा, जिला बेमेतरा
जनम जनम के बंधना, मया प्रीत के छाँव। भुइँया के बेटा हरव, जेकर महिमा गाव।। मोर छत्तीसगढ़ी रचना कोठी।