जबले गा आइस हवे, जग मा इंटरनेट। जग हा समटागें हवे, करले सबसे चेट।। करले सबसे चेट, कहा दुरिहा अब हावय। करके मेल मिलाप, ठसन ले गोठीयावय।। पूछय जम्मो हाल, भेंट ला करके सबले। बाँध...
जनम जनम के बंधना, मया प्रीत के छाँव। भुइँया के बेटा हरव, जेकर महिमा गाव।। मोर छत्तीसगढ़ी रचना कोठी।