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मई, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

विश्व तम्बाकू(माखुर) निषेध दिवस मा एकठन हेम के अमृत ध्वनि छंद समर्पित.........

खैनी गुटखा संग मा, करें गुड़ाखू भोग। पी बीड़ी सिगरेट दे, न्यौता कैंसर रोग। न्यौता कैंसर, रोग मौत के, हावय सीढ़ी। डूबै हावय, देख नशा मा, जम्मो पीढ़ी। माखुर सेवन, रोग संग दे, मन बेचैनी। छोड़त नइहे, तभो खाय बर, गुटखा खैनी। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा

मजदूर ऊपर हेम के कुंडलिया सादर समर्पित हावय

आँय पुजारी मेहनत, के इन सब मजदूर। करिन पलायन पेट बर, होके जी मजबूर।। होके जी मजबूर, पाय बर दाना पानी। कोरोना के काल, गढ़िस से अजब कहानी। होवत हें हलकान, भूख के हे लाचारी। लगथें इन इन्सान, दु:ख के आँय पुजारी।2। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा

कोरोना वायरस

🌺बरवै छंद🌺 कतको होत वायरस, ले बीमार। लक्षण सर्दी खाँसी, संग बुखार।1। कोविड नाइन्टिन हे, जेकर नाम। मिले संक्रमण ले गा, ना आराम।2। रहव एक मीटर ले, सबले दूर। चेतावत हव मँय, हर भरपूर।3। जाबे झन तँय संगी, ककरो तीर। ददा होय या दाई, रख मन धीर।4। बंद रहव घर मा तब, भागय रोग। राख सावधानी ला, करलव योग।5। शासन के देवव सब, मिलके साथ। बार बार साबुन मा,  धोवव हाथ।6। बिन कारण ले बाहर, झन गा जाव। मिलके कोरोना ला,  आँव भगाव।7। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा

डॉ भीमराव अंबेडकर

कज्जल छंद जय हो अम्बेडकर तोर। गावँव महिमा हाथ जोर। लाये बिद्या के अँजोर। बाँटे तँय हर गली खोर।1। सत्य अहिंसा रहय शान। गाँधी जी के तँय मितान। सुघ्घर बोली मीठ जुबान। जन मा बसथे तोर प्रान।2। पढ़के आये तँय बिदेश। कभू रखे ना कपट वेश। हरे देश के सबो क्लेश। राखे बाबा जन उद्देश।3। संविधान हाँ बनिस वेद। रहे कोउनो ला न खेद। मन होइस सबके सफेद। जात पात के मिटे भेद।4। जन ला देवाय अधिकार। ऊँच नीच के करे उपचार। मन विद्या के ज्योति बार। जन ला बनाय होशियार।5। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा

हेम के आल्हा छंद

चरदिनिया जिनगानी हावय, करलव सेवा पर उपकार। अपन समय झन खो रे संगी, बइठे घर मा तँय लाचार।1। अलख जगा बिद्या के जग मा, शिक्षा के दीया ला बार। पाठ पढ़ा तँय मानवता के, बगरे झन ईष्या के नार।2। जात पात के भेद भाव मा, मानवता ला झन तँय टोर। दया मया के बाँध गाँठ ला, टूटय झन सुम्मत के डोर।3। मन्दिर मज्जिद गुरुद्वारा अउ, चर्च सबो ला एक्के जान। मानवता सबले बड़का हे, हमरे बर जग मा भगवान।4। मिले नहीं गा बिना करम के, कोनो ला फल तँय हर मान। छोड़ भाग्य कर अपन भरोसा, तोर बनय जे हर वरदान।5। प्रकृति संग मा करव मितानी, मिलही भैया सुख के छाँव। सत्य अहिंसा के रद्दा मा, अपन अपन रेगालव पाँव।6। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा

हेम के शंकर छंद

पेट भरे खातिर जाँगर ला, जौन पेरत जाय। ढेला पखरा माटी के सँग, बोझ सबे उठाय। गार पसीना महल अटारी, जौन सदा बनाय। खुद के जेकर घर नइहेे जी, रात कहाँ पहाय।1। रॉपा हँसिया कुदरी कतकोे, तोर हे औजार। तोर मेहनत ले पावय सब, अन्न के भण्डार। तोर श्रम ले फैक्टरी चले, अउ चले व्यापार। सबके पेट भरे तँय भूखा, तोर हे परिवार।2। रोज रात दिन करें मेहनत, अपन जाँगर पेर। फुटहा काबर तोर करम हे, भाग्य के अंधेर। भेद भाव ला छोड़ करे तँय, मेहनत सब मेर। भाग्य गढ़े सब तोर करम ले, तोर दुच्छा फेर।3। सर्दी गरमी भूख प्यास ला, तँय सहे हर बार। रोड बनाथस जंगल झाड़ी, संग काँट पठार। तोर भुजा मा ताकत बसथे, तोर हे उपकार। कहिथे तोला दुनिया भैया, देश के बनिहार।4। - हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा