खैनी गुटखा संग मा, करें गुड़ाखू भोग। पी बीड़ी सिगरेट दे, न्यौता कैंसर रोग। न्यौता कैंसर, रोग मौत के, हावय सीढ़ी। डूबै हावय, देख नशा मा, जम्मो पीढ़ी। माखुर सेवन, रोग संग दे, मन बेचैनी। छोड़त नइहे, तभो खाय बर, गुटखा खैनी। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा
जनम जनम के बंधना, मया प्रीत के छाँव। भुइँया के बेटा हरव, जेकर महिमा गाव।। मोर छत्तीसगढ़ी रचना कोठी।