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नवंबर, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

@भाजी@

@भाजी@ भाजी तिवरा अउ चना, देख सबो ललचाय। फेव-रेट सब के हवे, सिरतो गजब मिठाय।। खाले भाजी साग ला, सेहत के संसार। रोग दूर तन के करै, देवत मया अपार।। टोर खेड़हा खोटनी, भाजी राँध बघार। सबला हवे पसंद गा, सेहत के भरमार।। भाजी तिंपनिया रहै, हर पानी के छोर। दार डाल के राँध ले, देत मया के सोर।। नाव सोल भाजी हवय, छू के देख लजाय। अबड़ मिठाथे साग हा, खाये जीभ लमाय।। मुसकेनी भाजी रहै, गाँव गाँव अउ खार। लान मुफत मा टोरके, रुपया लगे न चार।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

@इहाँ पीटत डोल@

फेसबूक मनखे नकली, पहिरे हवे खोल। अपन घर मया नई करै, इहाँ पीटत डोल।। नाव गाँव के पता नहीँ, दिखत सबके पोल। कइसे कहव मोर रानी, मनके मया बोल।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

मोदी दीस तान सीना

मोदी दीस तान सीना, देख छप्पन इंच। धन देख लाय बर करिया, नवा खोलिस पंच।। वादा करिस अपन पूरा, जन के रखिस मान। पांच सौ हजार नोट ला, करदिस बन्द जान।। खून अउ पसीना लुटके, भरथे खूब माल। पाप भागी कमीना के, होगय फेल चाल।। आज ले नोट बन्द हवे, पांच सौवा हजार। देख ले चोर ला करिया, मुँह ला रोत फार।। देख ले करिया सिरागे, धन सबो हा आज। पाँच अउ हजार जुन्ना, अब न आय काज।। नोट आही नवा अब तो, देख सँगी बजार। देख करिया चोर ऊपर, परगे आज मार।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

जाड़ा(शोभन छंद)

आइस जाड़ा अब संगी, काँपत हाथ गोड़। घाम हा सुहाये सबला, रवनिया मत छोड़।। कड़के कसके जाड़ा हा, तन मा घुसर जाय। तापके गोरसी आगी, अपन जाड़ भगाय ।। जाड़ के महीना सुघ्घर, सेहत चलव बनाव। योगा अभ्यास मा सँगी, तन मन ला लगाव।। स्वस्थ रखै तन मन ला जी, बनहूँ पहलवान। स्वागत करले जाड़ा के, झन करव अपमान।। कोयली राग ला धरके, गाय गीत बसंत। लागे सुघ्घर मीठ तान, सुनले रे हेमन्त।। प्रेम के गीत ला गावय, सबला बड़ सुहाय। कुदरत संग मया करले, जिनगी हमर आय।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

शोभन छंद

तुलसी पूजा रोज तैह करले, सुमर तुलसी नाम। हरथे रोग शोक मनके, सफल करथे काम।। तुलसी मा हवे बिराजै, देख लछमी मात। सालिक राम संग परभू, बिसनू हे समात।। पुन्नी अपने  छोड़ मोह माया, चल गंगा नहान। पुन्नी मा पून्य कमा ले, करव सुघ्घर दान।। तन मन राख अपन पावन, परभू करव ध्यान। पावय भाव भजन दरशन, ला दियै भगवान।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

शोभन छंद

तोरे संग मया होगय,  कइसे में बताव। रतिहा नींद नई आवे, कइसे में पहाव।। आथे तोर रोज सुरता, कइसे मेह भुलाव। तोला मेह देखे बिना, मन कइसे मढ़ाव।। मिलके आव करव संगी, ठठ्ठा अउ मजाक। सुघ्घर गोठ बात करबो, मन ला लेव झाँक।। करहूँ  बुरा झने ककरो, रखव मया परेम। जिनगी के कहाँ भरोसा, काल हे हर टेम।। हेम रूप मा झन जाबे, गुन ला तै निमार। तन ले बड़े राख मन, पाबै सुख अपार।। करले करम धरम ला तै, जिनगी हवय सार। तै बढ़ा मया के सुघ्घर, जग मा अपन नार।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

आगय देवारी (शोभन छंद)

आगय संगी देवारी, देख हमर तिहार। बारव दीया सुरहूती, लाव नव उजियार।। लछमी दाई घर आवय, फैलय यस हमार। आव दूर करबो मिल, जगत के अँधियार।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

शोभन (सिंहिका)

छन्द के छ के नवा पाठ - शोभन (सिंहिका) छन्द अभी विष्णु पद छन्द सीखेन जेमा 16,10 मा यति रहिस। अंत गुरु से रहिस। लगभग वइसने शोभन छन्द आय 14,10 यति। सोभन (सिंहिका) छन्द (१४,१०) डाँड़ (पद) - ४, ,चरन - ८  तुकांत के नियम - दू-दू डाँड़ के आखिर मा माने सम-सम चरन मा जगन, बड़कू,नान्हें,बड़कू  (२,१,२) हर डाँड़ मा कुल मातरा – २४ , बिसम चरन मा मातरा – १४, सम चरन मा मातरा- १० यति / बाधा – १४, १० मातरा मा खास- एला सिंहिका छन्द घला कहिथें राख सबसे प्रेम हवै चार दिन के जिनगी, राख ले मन प्रेम। का ठिकाना कहाँ मलही, फेर जी अब टेम।। प्रेम ला अंतस राख ले, खोल तँय मन द्वार। जान ले मान ले संगी, सब इही जग सार।। गुन ला माटी के गावव, माथ अपन नवाव। मोर हवै जाँगर साथी, मेह किसान आव।। गारके पसीना तन ले, रोज करथव काम। सुत उठ माटी दाई ला, करव मे  परनाम।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

@जाड़ा@

@जाड़ा@ हेमन्त अपन रंग ला, सबो मुड़ा देखाय। बनके जाड़ा देखले, अँगमा सरी समाय।। होत बिहनिया सीत के, छोड़य तीर कमान। अड़बड़ बड़गे जाड़ हा, सबके लेत परान।। कड़कत हावे जाड़ हा, माँगत चादर साल। लकड़ी जइसे तन लगे, पाये पता न खाल।। उठके भइया बिहनिया, भूरी तापे जाय। तन के जाड़ा दूर हो, फेर काम हा भाय।। घामे लागे निक अबड़, जबले जाड़ा आय। बइठ रवनिया मा बने, तन ला सेके जाय।। स्वस्थ रखै तन मन बने, सबला जाड़ा भाय। कसरत करले तँय बने, रोग कभू नइ आय।। काँपत तन सबके हवे, जाड़ा अबड़ जड़ाय। बाँधव पागा कान मा, जाड़ फेर न जनाय।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

तुलसी

बिन्दा के सुरता रहै, महिमा हवे अपार। हरथे सबके रोग ला, तुलसी पूजा सार।। तुलसी बिरवा तँय लगा, परभू के रख मान। लछमी घर आही सदा, बिसनू के वरदान।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

@करिया नोट@

जुन्ना हजार पाँच सौ, बंद आज ले नोट। रोत चोर करिया हवे, कसके लगगे चोट।। धोखा करिया चोर हाँ, खाय हवे जी आज। करिया पइसा आय न, संगी अबतो काज।। आवय न कुछू काम गा, करिया धन हा मान। करिया धन सरही सबो, घर कोठी मा जान।। नोट होत बदली नहीँ,  जनता करत बवाल। दू दिन कइसे गुजरही, हावे पेट सवाल।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273

*राख सबसे प्रेम*

हवै चार दिन के जिनगी, राख ले मन प्रेम। का ठिकाना कहाँ मलही, फेर जी अब टेम।। प्रेम ला अंतस राख ले, खोल तँय मन द्वार। जान ले मान ले संगी, सब इही जग सार।। गुन ला माटी के गावव, माथ अपन नवाव। मोर हवै जाँगर साथी, मेह किसान आव।। गारके पसीना तन ले, रोज करथव काम। सुत उठ माटी दाई ला, करव मे  परनाम।। आगय संगी देवारी, देख हमर तिहार। बारव दीया सुरहूती, लाव नव उजियार।। लछमी दाई घर आवय, फैलय यस हमार। आव दूर करबो मिल, जगत के अँधियार।। -हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट- नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़, मो. नं.- 9977831273