जय जय हो मात भवानी, खोल द्वार मनके।
बारव दीया करव आरती, भाव भजन धरके।।
तोर अगोरा हावे घर मा, आ दाई बनके।
मया दया भाव धरे आहू, आस हवे सबके।।
पहली बहनी आय सारदा, ज्ञान भरय मनमें।
दूसर बहनी आवय गौरी, देवव बल तन में।।
तीसर बहनी आवय लछमी, धन लावय धरके।
चउथा बहनी आवय काली, नाश करै जर के।।
आय पाँचवा बहनी दुरगा, घर पावन दमके।
सब संग देवता मन लावय, दरसक रुप धरके।।
गुन गावय सब तोर भवानी, जय जय कार करे।
मोरे मन पावन रहै सदा, तँय बल बुद्धि भरे।।
-हेमलाल साहू
ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा
तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा
(छत्तीसगढ़) मो. 9977831273
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