सोनमती दाई हरे, देवय मया दुलार। बैसाखू मोरे ददा, करथे मया अपार।। दसरू के नाती हरव, बेटा आँव किसान। पर सेवा उपकार मा, बसथे मोर परान।। गिधवा हावे गाँव जी, हेमलाल हे नाव। आय जिला बेमेतरा, माटी माथ लगाव।। चिरई चुरगुन हा करे, जिहाँ बसेरा जान। चना उँहारी संग मा, बोवय सुघ्घर धान।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तह. नवागढ़, जिला बेमेतरा(छ.ग.)
जनम जनम के बंधना, मया प्रीत के छाँव। भुइँया के बेटा हरव, जेकर महिमा गाव।। मोर छत्तीसगढ़ी रचना कोठी।