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अप्रैल, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

गीतिका छन्द

तँय नशा ला छोड़ संगी, बात ला तो मान ले। ए नशा हा नास के गढ़, आज तँय जी जान ले।। काल जेकर ए हवय साथी, रोग धरके आय जी। होय घर बरबाद सबके,  सुख कहाँ ले पाय जी।। गीत ला तँय गाव गुरतुर, गीतिक...

हाइकू

समे के फेम रोवत हवै हेम नइ हे टेम खड़ै हे काल फइले माया जाल बचे न खाल हेमलाल साहू ग्राम- गिधवा, पोस्ट नगधा, तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा छत्त्तीसगढ़, मो. 9977831273

हेम के कुण्डलिया

मन मा बसथे पाप हा, फइले माया जाल। सबला बइठे देखथे, चुपकन आ के काल।। चुपकन आके काल, समझ कोनो नइ पावय। पक्का हावय समय, काल भूल नई जावय।। जिनगी के दिन चार, हँसी से रहले जग मा। माया चक...