सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

सितंबर, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

@रूपमाला छन्द (मदन छन्द)@

मोर माटी मोर दाई, तँय रखै हस नेम। मोर जिनगी तोर कोरा, मा बसे हर टेम। तोर सेवा करवँ दाई, परन करथंव हेम। मोर जिनगी हवै अरपन, राखबे तँय प्रेम। दलित कोदूराम ला हे,  मोर सत परनाम। राख मनमे नाव गुरु के, सफल होये काम। पेर जाँगर अपन संगी, करवँ मनमे ध्यान। हे अपारे देख महिमा, गुरु दियै सब ज्ञान। राख सबसे प्रेम संगी, छोड़ तँय अभिमान। पेर जाँगर अपन संगी,  तोर  बाढ़य शान। सीख लेवव बने संगी, करवँ मनमा ध्यान। मेहनत बिन कहाँ मिलथे, कोउनो ला ज्ञान। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

*बरवै छंद*

हेमलाल नाव हवै, गिधवा गाँव। चिरई करै बसेरा, पीपर छाँव।। माँ शीतला बिराजे, तरिया पार। मया दया दाई के, हवै अपार।। माटी सेवा भैया, करै किसान। नागर अऊ तुतारी, हे पहचान।। ऊवत सूरुज करथे, सब परनाम। होत बिहनिया जाथे, संगी काम।। जियत मरत ले संगी, गुन ला गाव। माटी सेवा करके, समय बिताव।। राख अपन छोटे के,  संगी  ध्यान। करव अपन ले बड़का, के सम्मान।। आपस में राखव जी, सबसे प्रेम। लगा काम में मनला, तै हर टेम।। जिनगी मा झन बनहू, कभू अलाल। समय कीमती हावे, राखव  ख्याल।। एक बरोबर मानुस , सबला जान। दुनियाँ मा पूजौ सच , अउ ईमान।। संगी सबले  हावे,   बड़का   ज्ञान। साधव अंतस मा रख, प्रभु के ध्यान।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो न 9977831273

कज्जल छंद

सबो डहर हे लूट पाट। बने रथें साहेब लाट।। मानवता ला देत पाट। खोल चोर सबके कपाट।। मिलै न बिन सबूत चोर। न्याय हवे  अंधरा मोर।। घुमय चोर हा गली खोर। कहाँ पुलिस ला हवै सोर। करत परोसी हवै खोट। जबले देखे हवै नोट।। भाई  के मन होय छोट। पइसा खातिर बिके वोट।। गार पसीना करव काम। अपन समे के हाथ थाम। रही जगत मा तोर नाम। पेरव जाँगर छाँव घाम। आवव देवव जी सबो साथ। काम बाँट सब अपन हाथ।। सबो डहर गढ़ नवा गाथ। धरती सेउक नवा माथ।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो न 9977831273

@आवव रे संगी@

आवव रे संगी मिल, करबो काम। भुइँया सरग बनाबो, परभू धाम।। करम धरम रहै सदा, बन परकास। सच के पूजा होवय, छुवै अगास।। सुख अउ शांति रहै जी, मन संतोष। दाई रमा बिराजे, भरही कोष।। पाप होय झन संगी, रखबो ख्याल। परभू के गुन गाबो, टर ही काल।। जात पात छोड़ रहै, सबो समान। मनखे मनखे भाई, इहि पहचान।। बोलव प्रेम मया के, सुघ्घर बोल। सबो कटै माया जी, मन ला खोल।। नारी, लछमी, दुरगा, देबी जान।। होय कभू झन संगी, जग अपमान।। सुघ्घर सरग बनाबो, देवव साथ। करबो सब मिल बूता, बाँटव हाथ।। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@सुघ्घर हे गाँव@

सुघ्घर हे गाँवे, सबला भावे, संगी बड़ निक लागे। हरियर रुख राई, देखव भाई, सबके मन मोहागे।। खेती अउ खारे, नदिया पारे, संगी अबड़ सुहाये। पीपर के छाँवे, ममता हावे, माटी प्रेम जगाये।। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@अब डंका बाजय@

अब डंका बाजय, बैरी भागय, तांडव काल मचाबो। सब मार अधरमी, टार कुकरमी, भुइँया सरग बनाबो।। भारत के पीरा, खोवत हीरा, कइसे कभू भुलाबो। भारत के झंडा, लगही डंडा, गाड़ पाक मा आबो।। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@शिक्षा ला बगराबो@

तज जात पात ला, मान बात ला, आगू बड़ जा भाई। सब संग जोर के, गाँव खोर के, रद्दा बने बनाई।। आवौ सब पढ़बो, आगू बढ़बो, जिनगी सफल बनाबो। सब गाँव म जाबो, अलख जगाबो, शिक्षा ला बगराबो।। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@शिक्षा ला बगराबो@

तज जात पात ला, मान बात ला, आगू बड़ जा भाई। सब संग जोर के, गाँव खोर के, रद्दा बने बनाई।। आवौ सब पढ़बो, आगू बढ़बो, जिनगी सफल बनाबो। सब गाँव म जाबो, अलख जगाबो, शिक्षा ला बगराबो।। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@पढ़ ले दू आखर@

पढ़ ले दू आखर, विद्या सागर,  ज्ञान बाँट तैं लेबे। सुन दान दया के, संग मया के, सीख सबो ला देबे।। दाई बर जीबो, सेवा करबो, वोकर मान बचाबो।। चल ताने सीना, बहै पसीना, बैरी मार भगाबो।। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@छोड़व मन माया@

छोड़व मन माया, माटी काया, झन करहूँ अभिमाना। चारे दिन जिनगी, सबला संगी, एक जगह हे जाना।। संतोष रखै सुख, मिलै नहीँ दुख, अपन करम के भागे। मन कतको जागे, कतको भागे, काल सबो ले आगे।। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

बरखा रानी

आँसो सब तरिया, नरवा-नदिया, जम्मो सुख्खा देख परे। सुन बरखा रानी, देख परानी, बिन पानी सुन झार मरे।। देखव सब गाँवे, नइये छाँवे, रुख राई मन, ठाड़ झुखे। कर बिनती तोला, कहिथे चोला, आके करबे, दूर दुखे।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छ्त्तीसगढ़) मो. 9977831273

सब आवव भाई पड़े लगाई

झन काटव भाई, रुख अउ राई, सबके संगी, ताय कहै। सब आवव भाई, पेड़ लगाई, कुदरत सब ला भाय रहै।। निरमल पुरवाई, मानौ भाई, परदूसन ला दूर करै।। छोड़ौ सँगवारी, मोटर गाड़ी, जौन जहर ला, रोज भरै।। निरमल पुरवाई, सुघ्घर भाई, गाँव गाँव मा देख बहै। बन कुदरत संगी, रहै न तंगी, हरदम हरियर, प्रेम रहै।। माटी के सेवा, पाबो मेवा, तोरे जस के  फूल खिलै। बस हँसी खुशी मा, अब जिनगी मा दया मया के छाँव मिलै।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छ्त्तीसगढ़) मो. 9977831273

त्रिभंगी छंद

मन मोर गाँव ला, नीम छाँव ला, प्रेम भाव ला, याद करै। दाई बाबू के, बंधु बहिन के, सुरता करके, नयन भरै।। सुघ्घर हे जिनगी, नइये तंगी, मिलके संगी तीर रहै । घर द्वार मया के, दान दया के, नेह प्रीत के धार बहै।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छ्त्तीसगढ़) मो. 9977831273

बिदाई

हे गणपति बप्पा, चप्पा चप्पा, सब झन तोरे, ध्यान करैं। माटी के काया, छोड़ै माया, प्रभुजी सबके पाप हरै।। हे तोर बिदाई, बड़ दुखदाई, तँय हम सबला छोड़ चले। मन सबके भींजत, आँसू सींचत, आस दरस तव फेर मिले।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

जय माँ सरस्वती

हे मात भारती, करँव आरती, मन के दीया,  बार सबे। हे हंस वाहिनी, ज्ञान दायिनी, खोलव मनके द्वार दबे।। तैं माता जगती, करथौं भगती, धरथौं तोरे, ध्यान महूँ। दाई सरसत्ती, माता सत्ती, देदे मोला, ज्ञान तहूँ।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@जय जय हनुमन्ता@

जय जय हनुमन्ता, तँय बलवन्ता, राम भगत  जग, कष्ट हरौ। रख शक्ति अनंता, निशचर हन्ता, सबके मनके पाप हरौ।। मोरे भगवाने, जय हनुमाने, उर म विराजे , ज्ञान भरौ।। हे राम दुलारे, सबके प्यारे, मम उर नित तुम, वास करौ। -हेमलाल साहू

@त्रिभंगी छंद@

सुघ्घर परभू के, चरन सरन मा, रोज नाम ला, जाप करौ मनके मनखेे मा, भेद भाव कर, संगी हो झन पाप करौ।। तन मन अरपन कर, राख मया ला, मन मा परभू, ध्यान करौ। सब सुनथे अरजी, अंतर्यामी, अपन बसा मन, गान करौ।। बिद्यायल जाबो, लिखबो पढ़बो, सुघ्घर पाबो,  ज्ञान बनै। चल आगू बढ़बो, जिनगी गढ़बो, करके परभू,  ध्यान बनै। जोड़व नाता ला, अपन सबो से, पास रहव मिल एक बनै। करले धरम करम, झन करव सरम, कर दान दया, नेक बनै। दाई बाबू के, पूजा करबो, जिनगी पाबो, अपन सुखी। गुरु चरने रहिके, ज्ञान ल पाबो, कटथे पापे, अपन दुखी।। तै रखबे बढ़िया, धरम करम ला, सुघ्घर करबे, काज बनै। तै करबे सेवा, पाबे मेवा, दया मया ला, साज बनै।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

चौपई छंद

देखव संगी गाये फाग। कोंदा मनमें धरके राग। दीया ला मनमें ओ बार। दैय अंधरा गीता सार।। रखके मनमें परभू  प्रीत। भयरा सुने भक्ति के गीत।। देख धरै परभू के द्वार। चलै लेड़गा भव से पार।। सुनलव संगी परभू गान। रखले संगी ओकर मान। हो जाबे तै भव से पार। पढ़ले संगी जिनगी सार। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़), मो. 9977831273

रूपमाला/मदन छंद [सम मात्रिक]

देख सुघ्घर हवै संगी, नानपन के गाँव। खेत अउ खार हावे, हवय पीपर छाँव।। नीम चौरा हवै बइठे, सीतला माँ मोर। पीर सबके हरत दाई, रखत सबके सोर।। सोन चिरई हवै खेलत, आँगना के छोर। राग गावत हवै मनके, भाग जागे मोर।। राख लेवा सबो संगी, अपन मनमें प्रेम। मोर बिनती हवै परभू , रख ख़ुशी हर टेम।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

@नांगर @ जयकारी छन्द

लकड़ी, लोहा, चमड़ा जूर। बनथे नांगर के तो पूर।। डाड़ी, मुठिया, नांगर रंग। जोता, जुड़ा, नहाना संग।। कोकी लकड़ी म लगै नास। जेहा नांगर के हे  खास। बइला नांगर हावय सान। माटी रेंगे उगले खान।। माटी जोत बोय ला धान। अरे तता ला कहै किसान।। नांगर मा जागे हे भाग। चलै मुधरहा पागे पाग।। देख बढ़ै नांगर के मान। उगथे जी माटी मा धान।। लछ्मी दाई हाँसय मोर। हवे घरो घर ओकर सोर ।। घर घर मा नांगर ला धोय। आय हरेली पूजा होय।। सदा चलै नांगर हा मोर। कोनो भूखे न रहै खोर।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील -नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़), मो. 9977831273