सबो मुड़ा डर छाय, देश दुनिया मा संगी। कइसे बचही प्रान, वाइरस हे अँतरंगी।। बाढ़त हवय मरीज, सबो ओना कोना केे। फैलादिस हे चीन, वाइरस कोरोना के।। खाँसी संग बुखार, हरय लक्षण क...
जनम जनम के बंधना, मया प्रीत के छाँव। भुइँया के बेटा हरव, जेकर महिमा गाव।। मोर छत्तीसगढ़ी रचना कोठी।