महावीर के मै हा चेला, आँव महूँ अड़बड़ बलवान।
हवै भुजा मा ताकत भैया, कहिथे मोला जगत किसान।।
अपन मेहनत अउ ताकत ले, बंजर भुइँया धान उगाव।।
भुइँया दाई के सेवा मा, जिनगी सुघ्घर अपन बिताव।।
संगी के संगी जानव जी, आँव महूँ बइरी के काल।
बइला मोर मितनवा साथी, नता जनम से सालों साल।।
का कहिबे गरमी अउ सरदी, सबो मोर बर एक समान।
घाम छाँव हे सबो बरोबर, पगड़ी धोती मोरे शान।।
हँसिया नागर अऊ तुतारी, मोरे जिनगी के पहचान।
बसथे भुइँया मा परान हा, चलथव सुघ्घर सीना तान।।
ढेला पखरा माँटी गोंटी, अपन उठा लेथव में हाथ।
करम धरम हे मोरे साथी, महावीर देवत हे साथ।।
- हेमलाल साहू
ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा
तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा
छत्तीसगढ़, मो. 9977831273।
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