सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

बेरोजगार के दरद (हेम के दोहे)

करे रात दिन मेहनत, अपने जाँगर पेर।

दिन भर भूखा ओ रहै, जिनगी के हे फेर।।


करजा बोड़ी ला करे, बेटा खूब पढ़ाय।

ददा आस मनमें रखै, बने नौकरी पाय।।


हाथे मा डिग्री धरै, दर दर भटकत जाय।

इहाँ नौकरी ना मिलै, ठोकर रोजे खाय।।


बेटा चिन्ता ला करै, कइसे करज छुटाय।

मोर पढ़ाई मा ददा, पूँजी अपन लुटाय।।


काम मिलै मोला नहीं, घर का मुख देखाँव।

बोझ ददा के अब नहीं, तन मा आग लगाँव।।


पढ़े लिखे मा सब गये, खेत खार बेचाय।

खाये बर दाना नहीं, जिनगी कौन चलाय।।


बड़े बड़े वादा करै, साथी अपन बताय।

जाबे संगी तीर मा, घर ले देत भगाय।।


पूछत हावँव आज मँय, काबर अपन बनाय।

प्रवचन हमला ओ सुना, घर मा मजा उड़ाय।।


-हेमलाल साहू

ग्राम-गिधवा, जिला बेमेतरा (छ. ग.)


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

संत गुरु घासीदास (हेम के दोहे)

बाबा घासीदास गा, तोर आय हव द्वार। तँय हर दीया ज्ञान के, मोरो मन मा बार।। निचट अज्ञानी मँय हवव, बता ज्ञान के सार। बाबा अड़हा जान हव, जग ले मोला तार।। दुनिया मा हावे भरै, माया के भण्डार। आके मोरो तँय लगा, बाबा बेड़ा पार।। सबो जीव बाबा हवै, जग मा तोर मितान। सत्य बचन बाबा हवै, तोर जगत पहिचान।। मानव मानव एक हे, जगत तोर संदेश। भेद भाव मनके मिटै, आपस के सब क्लेश। सादा जिनगी तोर हे, सादा हवै लिवाज। सत रद्दा जिनगी चलै, रखै सत्य के लाज।। बाबा तँय सतनाम के, सुघ्घर पन्त चलाय। सत के झंडा देख ले, बाबा जग फहराय।। सत के पूजा ला करै, बाबा घासीदास। सत के रद्दा मा चलै, रहिके सत के पास।। -हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट बेमेतरा तह. नवागढ़, जिला बेमेतरा(छ.ग.)

जुबान (कुंडलिया छंद)

निकले वापस फेर ना, आवय तोर जुबान। जइसे निकले तीर ले, आवय नहीं कमान।। आवय नहीं कमान, बात ला छेड़व गुनके। शारद दे आशीष, शब्द ला रखलव चुनके।। कहे हेम कविराय, बोल तँय गुरतुर मन ले। सब कड़वाहट फेक, फेर ना वापस निकले।। - हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, जिला बेमेतरा

पंथी अउ देवदास बंजारे( हेम के दोहे)

ढोलक तबला थाप मा, बाजय मांदर संग। नाचय साधक साधके, देखव पन्थी रंग।। बाबा घासी दास के, करथे सुघ्घर गान। गावय महिमा देखले, गुरु के करत बखान।। चोला पहिर सफेद गा, नाचय पंथी नाँच। बाँधे घुँघरू गोड़ मा, गोठ करै गा साँच।। सादा हवय लिवाज हा, सादा झण्डा जान। सबला देवत सीख हे, मानव एक समान।। देव दास सिरजन करे, पन्थी नाँच बिधान। बगराइस सब देश मा, करके गुरु के गान। -हेमलाल साहू छन्द साधक सत्र-01 ग्राम गिधवा, जिला बेमेतरा(छ.ग.)