1)
मनखे मन काँटिच हे बन ला, टँगिया हँसिया धरके हर साल।
निमगा पुरवा नइ पावच गा, बनगे जिनगी बर ओहर काल।
तरिया नदिया डबरा पटगे, पनिया बिन रोवत हे सब ताल।
बढ़िया रुखवा ल लगा बन मा, जिनगी बर ये बनही अब ढाल।
2)
गुरु के महिमा तँय गावत गा, बढ़िया मनमा भजले सतनाम।
मनखे मनखे सब एक हवे, सुभ भाव भरे कहिले सतनाम।
तँय मान बने कहना भइया, जिनगी भर जी धरले सतनाम।
दुख दारिद रोग सबो मिटथे, मनमा रखके जपले सतनाम।
3)
पहली चल आवव गा रखबो, हम साफ बने अँगना घर द्वार।
चमके बढ़िया हर खोर गली, सब साफ रहे तरिया अउ पार।
मिलके सब गा सहयोग करौ, अभियान चलाय हवे सरकार ।
तन स्वस्थ रहे मन स्वच्छ रहे, सबके घर हो सुख से परिवार।
-हेमलाल साहू
ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा
तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा
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