आगे हे होली तिहार। चलव मनाबो सबो यार। मोर कामना शुभ हजार। खुशी मिले सबला अपार। रंग खेलबो हमन लाल। चलव लगाबो रंग गाल। पिचकारी मा रंग डाल। धर धरके जाबो गुलाल। होली जम्मो खेल आय। रंग मया के हे लगाय। मुखड़ा मा रंग पोताय। होली सबला हवे भाय। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, जिला बेमेतरा(छ. ग.)
रख तुलसी घर अंगना, पूजा करथे लोग। तुलसी के महिमा हवे, काया करे निरोग।। तुलसी जब घर मे रहे, तब लक्ष्मी हा आय। घर मा खुशयाली रहे, आनंद उर समाय।। नाम अमर तुलसी हवे, जब तक हे संसार।। तुलसी पूजा जे करय, हावय भव ले पार।। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, जिला बेमेतरा(छ. ग.)
जम्मो झन गुरु जस हवे, मोला देवय ज्ञान। भइया कहय रमेश हा, देबे बढ़िया ध्यान।। मोला अड़हा जोजवा, सँगवारी हो जान। पाके मँय आशीष ला, मँय बनहूँ विद्वान।। छोटे सबले मँय हवँव, करहूँ रचना यार। एक ले बड़े एक हे, जग मा रचनाकार।। -हेमलाल साहू ग्राम-गिधवा, जिला बेमेतरा
सुन ले छोरी हवच अलबेली गाँव के गोरी ये मोर रानी। तोर संग ओ गोरी हे मया टूरी जबले आय मोर मन ला भाय सुरता आय मया के रंग चढ़ गे तोर संग दूनो के रंग - हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, जिला बेमेतरा(छ. ग.)
सुनव मोर संगी मितान। हमर देश के तँय किसान। मोरे भुइँया के सब जवान। छत्तीसगढ़ बनाबो महान। घर घर मा हमन जाबोन। सोये मन ला जगाबोन। चलव नवा जोश लाबोन। अपन देश ला बचाबोन। मया दया ला राखबोन। मुख भाखा ला बोलबोन। अपन लाज ला राखबोन। जुरमिल के हमन चलबोन। नव रद्दा आँव गढ़बोन। सरग गाँव ला बनाबोन। झूठ लबारी मिटाबोन। सच के दीया जलाबोन। - हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, जिला बेमेतरा(छ. ग.)