16 फरवरी सतगुरु रविदास जयंती के हार्दिक बधाई अउ शुभकामनाएँ मँय बन्दत हव तोला, गुरु रविदास। मानवतावादी तँय, सतगुरु खास।। तोरे अमरित वाणी, हे अनमोल। शांत धीर अउ गुरतुर, हावे बोल।। मन आत्मा ला पूजे, अंतर ध्यान। मन मंदिर ला खोले, पाये ज्ञान।। जग मा सबो एक हे, ये भगवान। राम रहिम अउ ईसा, एक्के जान।। काम बुता ला सुग्घर, करले नेक। भाई चारा ल बढ़ा, ईष्या फेक।। मन ला चंगा राखे, करहूँ काम। पाव कठौती गंगा, बाढ़य नाम।। जात पात मा झनकर, गरब गुमान। धरम करम बड़का हे, रख ईमान।। सुन रविदास कहे, जाँगर पेर। फेर रहे ना जिनगी, मा अंधेर।। -हेमलाल साहू छंद साधक सत्र-1 ग्राम-गिधवा, जिला बेमेतरा
जनम जनम के बंधना, मया प्रीत के छाँव। भुइँया के बेटा हरव, जेकर महिमा गाव।। मोर छत्तीसगढ़ी रचना कोठी।