चल चलव संगी स्कूल चलव।
चल चलव पढ़े लिखे बर चलव।।
आवव पढ़े लिखे बर आवव।
आवव संगी स्कूल आवव।।
पढ़बो लिखबो ज्ञान बढ़ाबो।
पढ़ लिख सुघ्घर नाम कमाबो।।
नइ कहावन अनपढ़ अनारी।
हमन पढ़ लिख बनबो ज्ञानी।।
त सुन ग समारू के बाबू।
त सुन ओ बुधारू के दाई।।
टुरामन ला स्कूल भेजव।
ऐ अपन मनमानी झन करव।।
सुन रे समारू सुन बुधारू।
पढ़े लिखे बर स्कूल जाहू।।
पढ़े लिखे मा हमर भलाई।
चल भाई चल स्कूल जाई।।
चल त स्कूल मा रोज जाबो।
नानम परकार ज्ञान पाबो।।
सबो संगी पढ़बो पढ़ाबो।
सब साथी मिल स्कूल जाबो।।
चल चलव पढ़े लिखे बर चलव।।
आवव पढ़े लिखे बर आवव।
आवव संगी स्कूल आवव।।
पढ़बो लिखबो ज्ञान बढ़ाबो।
पढ़ लिख सुघ्घर नाम कमाबो।।
नइ कहावन अनपढ़ अनारी।
हमन पढ़ लिख बनबो ज्ञानी।।
त सुन ग समारू के बाबू।
त सुन ओ बुधारू के दाई।।
टुरामन ला स्कूल भेजव।
ऐ अपन मनमानी झन करव।।
सुन रे समारू सुन बुधारू।
पढ़े लिखे बर स्कूल जाहू।।
पढ़े लिखे मा हमर भलाई।
चल भाई चल स्कूल जाई।।
चल त स्कूल मा रोज जाबो।
नानम परकार ज्ञान पाबो।।
सबो संगी पढ़बो पढ़ाबो।
सब साथी मिल स्कूल जाबो।।
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रचना दिनांक 17.06.2015 |
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